Tuesday, March 26, 2013

होली के रंग

बारिस का पानी , पानी   में    तुम
ख्वाबों  की    बूंदे ,  बन बरसे हम ।

हवा      का झोंका ,   झोंके  में     तुम
मस्ती का   आलम , बन बहते हम ।

होली   के     रंग ,  रंगों   में     तुम
प्यार की  मिट्टी , बन लगते हम ।

Sunday, March 24, 2013

तेरे किताब का एक पन्ना


तेरे किताब का एक पन्ना
उड़   आया   मेरे     अंगना
जाना कितनी मोहब्त करते हो साजना  ।


हो न जाये इजहारे मोहब्त , प्यार  छुपाये रखा
बरसो  तक निगाहे ओ जुबां को दबाये रखा ।

खुदा   भी न देख सका अपनी बेबसी
मिटा  दी  पल  भर  में    सारी दूरी  ।

जो काम न कर सके कई मुलाकाते
हवा के  एक झोंका ने कर  दिखाये ।

तेरे किताब का एक पन्ना
उड़   आया   मेरे     अंगना
जाना, कितनी मोहब्त करते हो साजना  ।

 शब्दों में  पिरोये  होंगे   प्यार      को
 शायद ही इतनी खूबसूरती से कोई ।

मैं पढ़ता  चला गया , खोता चला गया
तेरे ख्याल का कायल होता चला गया । 

अफ़सोस क्यों छुपाये रखा  था आपना प्यार
टूटे  जायेगा अब हमारा  सारा  इंतज़ार  ।

तेरे किताब का एक पन्ना
उड़   आया   मेरे     अंगना
जाना, कितनी मोहब्त करते हो साजना  ।

Friday, March 15, 2013

पिया बन बैठे

पिया    बन बैठे ,    प्यार जानते नही
तकरार कर बैठे , मनाऊ मानते नहीं ।

दुल्हन     बनाने      से        पहले
किये  थे   वादे   कितने      सारे
लगता था , ला दोगे चाँद  सितारे ।

वादे    तो  वादे    ही   रह       गये
हर   छोटी  बातों    में    लड़ते   हो ।

पिया    बन बैठे ,    प्यार जानते नहीं 
तकरार कर बैठे ,   मनाऊ मानते नहीं ।

दुल्हन     बनने      से        पहले
देखे   थे   खाव्ब    कितने    सारे 
सोचा था घर हो समुंदर  किनारे  ।
 

समुंदर तो सपने में  ही रह गये
एक नदी भी न दिखा पाए हो ।

पिया    बन बैठे ,    प्यार जानते नही
तकरार कर बैठे ,  मनाऊ मानते नहीं ।

                                       - अमर