Saturday, December 8, 2012

मुलायम यादे


ख्वाबों में मैं सांसे लेता हु
ख्वाबों ने,  मुझको जिंदा रखा हैं।
मासूम सी तेरी -
मुलायम यादों ने , मुझको जिंदा रखा हैं।

हजारों शहरों में  लुटता  आया हु
तुम्हे ढूँढते  बदनाम होता आया हु
तेरे प्यार ने, मुझको  जिंदा रखा हैं।
मासूम सी तेरी -
मुलायम यादों ने , मुझको जिंदा रखा हैं।

मालूम नहीं  निभाई थी  वफाई
या कि थी तुमने मुहसे बेवफाई
सवालों और उमीदों ने , मुझको जिंदा रखा हैं।
मासूम सी तेरी -
मुलायम यादों ने , मुझको जिंदा रखा हैं।

                                - अमर 

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