Milta Rahunga Khawabo Main
Wednesday, October 29, 2008
एक पल
एक पल गुजार लो संग मेरे कि
जीने के हजारों बहाने ढूँढ लूँगा
पास न भी हो तो किया
तेरे संग होने
का ऐहसास बना लूँगा
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